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वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हु मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
के एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी…..
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Day | Followers | Gain | % Gain |
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October 21, 2023 | 61 | -4 | -6.2% |
July 04, 2022 | 65 | -3 | -4.5% |
May 28, 2022 | 68 | -2 | -2.9% |
April 20, 2022 | 70 | -1 | -1.5% |
January 14, 2022 | 71 | -1 | -1.4% |
December 08, 2021 | 72 | -6 | -7.7% |