आज जसको कारणले मलाई भुल्दै छौ !
भोलि उसकै कारणले मलाई संम्झिएर रूने छौ ।
तर बिडम्बना हेर न !
मलाई संम्झिएर रूनु तिम्रो भाग्येमा रहेछ,
तर तिम्रो आँसु पुछ्नु मेरो भाग्येमा रहेनछ 😭
खै कहाँनेर बिग्रियो कुन्नी जीन्नकिको तालमेल पनि 😢
दुखहरू घटाएर अलिकति खुसि किन्न पनि सकिएन 😭
😊लोकगित लभर😊
🙏नमस्कार🙏
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Day | Followers | Gain | % Gain |
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January 03, 2024 | 82 | -7 | -7.9% |
October 12, 2022 | 89 | -1 | -1.2% |
August 17, 2022 | 90 | -1 | -1.1% |
July 11, 2022 | 91 | +4 | +4.6% |
June 04, 2022 | 87 | -4 | -4.4% |
April 27, 2022 | 91 | +2 | +2.3% |
March 19, 2022 | 89 | -5 | -5.4% |
December 14, 2021 | 94 | -1 | -1.1% |