वसुधैव कुटुम्बकम्
स्वस्तिप्रजाभ्यः परिपालयंतां न्यायेन मार्गेण महीं महीशाः ।स्वस्तिप्रजाभ्यः परिपालयंतां न्यायेन मार्गेण महीं महीशाः ।
गोब्राह्मणेभ्यः शुभमस्तु नित्यं लोकाः समस्ताः सुखिनोभवंतु ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः |
गोब्राह्मणेभ्यः शुभमस्तु नित्यं लोकाः समस्ताः सुखिनोभवंतु ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः |
Invited by: fazil binu huzain
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Day | Followers | Gain | % Gain |
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October 11, 2023 | 52 | +1 | +2.0% |
November 17, 2022 | 51 | +1 | +2.0% |
July 28, 2022 | 50 | -1 | -2.0% |
June 22, 2022 | 51 | -1 | -2.0% |
May 15, 2022 | 52 | +1 | +2.0% |
February 08, 2022 | 51 | +3 | +6.3% |
November 25, 2021 | 48 | +2 | +4.4% |
September 10, 2021 | 46 | +40 | +666.7% |