मराठी साहित्य सभा on Clubhouse

मराठी साहित्य सभा Clubhouse
108 Members
Updated: Jun 12, 2024

Description

माझा मराठाचि बोलु कौतुकें | परि अमृतातेंही पैजां जिंके
ऐसीं अक्षरें रसिकें | मेळवीन ||1||
जिये कोंवळिकेचेनि पाडें | दिसती नादींचे रंग थोडे |
वेधें परिमळाचें बीक मोडे | जयाचेनि ||2||
ऐका रसाळपणाचिया लोभा | कीं श्रवणींचि होती जिभा |
बोलें इंद्रियां लागे कळंभा | एकमेकां ||3||
सहजें शब्दु तरी विषो श्रवणाचा | परि रसना म्हणेरसु हा आमुचा |
घ्राणासि भावो जाय परिमळाचा | हा तोचि होईल ||4||
नवल बोलतीये रेखेची वाहणी | देखतां डोळयांही पुरों लागे धणी |
ते म्हणती उघडली खाणी | रुपाची हे ||5||
जेथ संपूर्ण पद उभारे | तेथ मनचि धांवे बाहिरें |
बोलुं भुजांहीं आविष्करे | आलिंगावया ||6||
ऐशीं इंद्रियें आपुलालिया भावीं | झोंबती परि तो सरिसेपणेंचि
बुझावी | जैसा एकला जग चेववी | सहस्त्रकरु ||7||
तैसें शब्दाचें व्यापकपण | देखिजे असाधारण |
पाहातयां भावज्ञां फावती गुण | चिंतामणीचे ||8||
हें असो तया बोलांची ताटें भलीं | वरी कैवल्यरसें वोगरिलीं |
ही प्रतिपत्ति मियां केली | निष्कामासी ||9|| #marathi #marathiLiterature

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Day Members Gain % Gain
June 12, 2024 108 +1 +1.0%
March 13, 2024 107 +1 +1.0%
January 23, 2024 106 +2 +2.0%
December 09, 2023 104 0 0.0%
November 01, 2023 104 +1 +1.0%
October 02, 2023 103 0 0.0%
September 02, 2023 103 -1 -1.0%
August 05, 2023 104 0 0.0%

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