🕉 श्रीराम रक्षा स्तोत्रम् के नियमित पाठ हेतु जुड़ें।
इसका पाठ करने से मनुष्य भय रहित हो जाता है। जो इसका रोज़ाना पाठ करता है वह दीर्घायु, सुखी, संत्ततिवान, विजयी और विनयसंपन्न होता है। मंगल का कुप्रभाव समाप्त होता है। इसके शुभ प्रभाव से व्यक्ति के चारों और सुरक्षा कवच बनता है, जिससे हर प्रकार की विपत्ति से रक्षा होती है
Join the club to recite ShriRam Raksha Stotram regularly. The best chants for overall protection. 🕉
एक हनुमानभक्त ने प्रश्न किया है, की " चारो जुग प्रताप तुम्हारा, तो चौथे युग ( कलियुग ) में हनुमानजी कहाँ है ?? हमने सोचा, इस बात का जवाब सबको ही पता होना चाहिए .... तो इस बात का जवाब है ....
"यत्र-यत्र रघुनाथ कीर्तन तत्र कृत मस्तकान्जलि।
वाष्प वारि परिपूर्ण लोचनं मारुतिं नमत राक्षसान्तक॥"
अर्थात : कलियुग में जहां-जहां भगवान श्रीराम की कथा-कीर्तन इत्यादि होते हैं, वहां हनुमानजी गुप्त रूप से विराजमान रहते हैं।
Day | Members | Gain | % Gain |
---|---|---|---|
June 13, 2024 | 295 | +6 | +2.1% |
March 13, 2024 | 289 | +2 | +0.7% |
January 23, 2024 | 287 | +4 | +1.5% |
December 10, 2023 | 283 | +3 | +1.1% |
November 01, 2023 | 280 | +8 | +3.0% |
October 02, 2023 | 272 | +2 | +0.8% |
September 03, 2023 | 270 | +1 | +0.4% |
August 05, 2023 | 269 | +2 | +0.8% |