अपनी है परवाह नहीं
सदा सुखी रहे परिवार
कमी न हो घर में कोई
करते पिता यही विचार,
पहचान हमारी पूरी जब
जुड़ता पिता का नाम है
मात-पिता के चरणों में
बस रहे चारों धाम हैं।
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Day | Followers | Gain | % Gain |
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August 29, 2023 | 563 | +9 | +1.7% |
January 31, 2023 | 554 | -4 | -0.8% |
September 30, 2022 | 558 | -3 | -0.6% |
August 09, 2022 | 561 | -5 | -0.9% |
July 03, 2022 | 566 | +5 | +0.9% |
May 27, 2022 | 561 | +33 | +6.3% |
April 19, 2022 | 528 | +52 | +11.0% |
March 11, 2022 | 476 | +86 | +22.1% |
January 13, 2022 | 390 | +59 | +17.9% |
December 06, 2021 | 331 | +64 | +24.0% |