من اینجا ریشه در خاکم
من اینجا عاشق این خاک از آلودگی پاکم
من اینجا تا نفس باقیست می مانم
من از اینجا چه می خواهم،نمی دانم؟!
امید روشنائی گر چه در این تیره گیها نیست
من اینجا باز در این دشت خشک تشنه میمانم
من اینجا روزی آخر از دل این خاک با دست تهی
گل بر می افشانم
من اینجا روزی آخر از ستیغ کوه چون خورشید
سرود فتح می خوانم
if the data has not been changed, no new rows will appear.
Day | Followers | Gain | % Gain |
---|---|---|---|
June 21, 2024 | 295 | +3 | +1.1% |
July 15, 2023 | 292 | -2 | -0.7% |
October 26, 2022 | 294 | +3 | +1.1% |
August 23, 2022 | 291 | -2 | -0.7% |
June 10, 2022 | 293 | -17 | -5.5% |
May 04, 2022 | 310 | -3 | -1.0% |
March 27, 2022 | 313 | -6 | -1.9% |
January 28, 2022 | 319 | -4 | -1.3% |
December 21, 2021 | 323 | -15 | -4.5% |
November 13, 2021 | 338 | +118 | +53.7% |