ईस जगत सराऐ में मुसाफीर रहना दो दिन का, क्यों विर्था करे गुमान मुरख इस धन और जोबन का |
बंद मुट्ठी आया जग में खाली हाथ जाएगा, दो दिन की जिन्दगी है दो दिन का मेला ।
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November 29, 2023 | 11 | 0 | 0.0% |
June 02, 2022 | 11 | -1 | -8.4% |