रवि अस्त होने से क्या
निशा लुप्त होने से क्या
भू अगर थम जाए तो
वेग भी रुक जाए तो
मेघ बरसना छोड़ दें
ओज गर्जना छोड़ दें
मैं नित अकेला ही बढ़ूंगा
ये मेरा ही तो क्रांतिपथ है
मैं निडर होकर चलूँगा
🇮🇳
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Day | Followers | Gain | % Gain |
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January 02, 2024 | 31 | 0 | 0.0% |
August 31, 2022 | 31 | -1 | -3.2% |
May 11, 2022 | 32 | +1 | +3.3% |
April 03, 2022 | 31 | +1 | +3.4% |
December 28, 2021 | 30 | +1 | +3.5% |