Poet// Performer // Writer
I write to express emotions.
चलो ज़िन्दगी को कुछ भ्रमाते चलते हैं,
कभी कम, कभी ज्यादा, पर हमेशा मुस्कुराते चलते हैं।😀😀
साम, दाम ,दंड, भेद, हर एक बात लिखता हूँ
कभी जख्म-ए-दिल, कभी दिल-ए-जज़्बात लिखता हूँ। ✍🏻
ज़माने के दिए जख्मों से क्या गिला करना किशन,
ये तो मौका है खुद को और बेहतर बनाने का! 🤗🤗
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Day | Followers | Gain | % Gain |
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January 24, 2024 | 92 | +6 | +7.0% |
October 29, 2022 | 86 | -1 | -1.2% |
August 25, 2022 | 87 | +1 | +1.2% |
June 12, 2022 | 86 | -11 | -11.4% |
May 06, 2022 | 97 | -1 | -1.1% |