📍here only
मैं उस छोटे से शहर के अख़बार जैसा हूँ जनाब
सच लिखता हूँ इसीलिए शायद कम बिकता हूँ
कुछ लिख लेता हूँ
बस उसी को कविता का नाम देता हूँ।।।
जिस दिन मुझे खो दोगे…॥ मुस्कुराते हुए भी रो दोगे…॥
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Day | Followers | Gain | % Gain |
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August 28, 2023 | 192 | +7 | +3.8% |
July 02, 2022 | 185 | -4 | -2.2% |
May 26, 2022 | 189 | -3 | -1.6% |
January 12, 2022 | 192 | +7 | +3.8% |
December 05, 2021 | 185 | -3 | -1.6% |
October 27, 2021 | 188 | +32 | +20.6% |
September 21, 2021 | 156 | +116 | +290.0% |