🪬शर्व में शाक्त🪬 🕉️ शैव 🪬 हैं होंठ उसके किताबों में लिखी तहरीरों जैसे, ऊँगली रखो तो आगे पढ़ने को जी करता है👄 ग़मो की धूप मे भी मुस्कुरा कर चलना पडता है, ये दुनीया है जनाब यहॉ चेहरा सजा कर चलना पडता है 🎭