मैं खुद उलझा हूँ अपनी कहानी में. मैं कहाँ किसी के किस्से का किरदार बनु.. यादों की कीमत वो क्या जाने.. जो ख़ुद यादों को मिटा दिया करते है. यादों का मतलब उनसे पूछो. जो यादों के सहारे जिया करते है।