*ਵਿਚਾਰ*
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सुन पगली जिस दिन अपना ईक्का चलेगा,
उस दिन बादशाह तो क्या उसका बाप भी अपना गुलाम बनेगा..!!
आँखो की चमक पलकों की शान हो तुम,
चेहरे की हँसी लबों की मुस्कान हो तुम,
धड़कता है दिल बस तुम्हारी आरज़ू मे,
फिर कैसे ना कहूँ मेरी जान हो तुम..
दोस्ती सच्ची होनी चाहिए, पक्की तो { सड़क } भी होती है.
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Day | Followers | Gain | % Gain |
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October 22, 2023 | 73 | -6 | -7.6% |
October 21, 2022 | 79 | -7 | -8.2% |
August 21, 2022 | 86 | -4 | -4.5% |
July 15, 2022 | 90 | -3 | -3.3% |
June 08, 2022 | 93 | -1 | -1.1% |
May 01, 2022 | 94 | -9 | -8.8% |
March 24, 2022 | 103 | +13 | +14.5% |
January 26, 2022 | 90 | -5 | -5.3% |
December 19, 2021 | 95 | -5 | -5.0% |