गुर्बत ने क्या ढाया सितम दिल पर
हमने खूबसूरत चेहरों पर मरना छोड़ दिया।।
सुना है हुस्न उसका एक ग़ज़ल की ता'बीर है
हमने सुख़न-वरी छोड़ी कलाम पढ़ना छोड़ दिया ।।
Invited by: MohammedHunaid Kasimi
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Day | Followers | Gain | % Gain |
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June 15, 2024 | 78 | +6 | +8.4% |
July 13, 2023 | 72 | -1 | -1.4% |
November 23, 2022 | 73 | -1 | -1.4% |
June 25, 2022 | 74 | -2 | -2.7% |
April 10, 2022 | 76 | +2 | +2.8% |
February 11, 2022 | 74 | +1 | +1.4% |
October 20, 2021 | 73 | +1 | +1.4% |
September 13, 2021 | 72 | +25 | +53.2% |