शानदार जबरदस्त जिंदाबाद क्यों पड़े हो चक्कर में कोई नहीं है टक्कर में जिनकी घर पर बोलती नहीं निकलती वो यहां बोल बोल के घोल बना रहे हैं सीमा में रह कर बात करो। शब्दों का तुम ध्यान धरो। भावनाओं का सम्मान करो। *जेठालाल का जबरा फैन