दर्द में भी जो हँसना चाहो, तो हँस पाओगे,
टूटे फूलों को भी पानी में डालो, तो उनमें भी महक पाओगे,
ज़िंदगी किसी ठहराव में, कहीं रुकती नहीं,
हिम्मत जो करोगे तो मंज़िल खुद-ब-खुद पा जाओगे !!
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Day | Followers | Gain | % Gain |
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December 21, 2023 | 148 | +7 | +5.0% |
August 12, 2022 | 141 | -2 | -1.4% |
July 06, 2022 | 143 | +4 | +2.9% |
May 30, 2022 | 139 | -5 | -3.5% |
April 22, 2022 | 144 | +4 | +2.9% |
March 14, 2022 | 140 | +6 | +4.5% |
January 16, 2022 | 134 | +4 | +3.1% |
December 09, 2021 | 130 | +10 | +8.4% |
November 01, 2021 | 120 | +17 | +16.6% |
September 25, 2021 | 103 | +93 | +930.1% |