विद्यावारिधि
(PhD in Sanskrit)
मित्रस्याहं चक्षुषा सर्वाणि भूतानि समीक्षे।
मित्रस्य चक्षुषा समीक्षामहे।
(यजुर्वेद 36/18 )
(हिंदी मेरा हृदय और संस्कृत आत्मा)
शोधकर्ता
लेखक
कवि
(संस्कृत, हिंदी)
रचनायें-
१. आओ संस्कृत सीखें ( हिंदी-संस्कृत)
२. संस्कृतसम्भाषणम् (संस्कृत)
३. महापुरुषचरितम् (संस्कृत)
४. अयोध्या की गलियन में (हिन्दी)
५.भारत की माटी (कविता संग्रह)
६.आप्तदीप (हिंदी कथा संग्रह)
७.गीता-उपदेश
मेरा पानी उतरता देख, मेरे किनारे पर घर मत बना लेना, मैं समुंदर हूं, लौट कर वापस आउंगा.