😍Anish😍
ॐ हर हर महादेव
आग बहे तेरी रग में
तुझसा कहाँ कोई जग में
है वक़्त का तू ही तो पहला पहर
तू आँख जो खोले तो ढाए कहर
तो बोलो हर हर हर
तो बोलो हर हर हर
तो बोलो हर हर हर
आदि ना अंत है उसका
वो सबका ना इनका उनका
वही है माला वही है मनका
मस्त मलंग वो अपनी धुन का
जंतर मंतर तंतर जागी
है सर्वत्र के स्वाभिमानी
मृत्युंजय है महा विनाशी
ओमकार है इसी की वाणी
इसी की इसी की इसी की वाणी
इसी की इसी की इसी की वाणी
भांग धतुरा बेल का पत्ता
तीनो लोक इसी की सत्ता
विष पीकर भी अडिग अमर है
महादेव हर हर है जपता (जपता)
वही शून्य है वही इकाय
वही शून्य है वही इकाय
वही शून्य है वही इकाय
जिसके भीतर बसा शिवाय (बसा शिवाय)
तो बोलो हर हर हर
तो बोलो हर हर हर (हो हो)
अघोरानाम परो मंत्रो नास्ति तत्वों गुरु परम
नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नम: शिवाय
शिव रक्ष्यामम शिव पाहिमाम
शिव त्राहिमाम शिव रक्ष्यामम
शिव पाहिमाम शिव पाहिमाम
महादेव जी पाहिमाम शरणागतम्
तवं त्राहिमाम रक्ष्यामम
शिव पाहिमाम शिव
आँख मूँद कर देख रहा है
साथ समय के खेल रहा है
महादेव महा एकाकी
जिसके लिए जगत है झांकी
जटा में गंगा चाँद मुकुट है
सौम्य कभी कभी बड़ा विकट है
आग से जन्मा है कैलाशी
शक्ति जिसकी दरस की प्यासी
है प्यासी हाँ प्यासी
राम भी उसका रावन उसका
जीवन उसका मरण भी उसका
तांडव है और ध्यान भी वो है
अज्ञानी का ज्ञान भी वो है
आँख तीसरी जब ये खोले
हिले धरा और स्वर्ग भी डोले
गूँज उठे हर दिशा क्षितिज में
नांद उसी का बम बम भोले (बम बम भोले)
वही शून्य है वही इकाय
वही शून्य है वही इकाय
वही शून्य है वही इकाय
जिसके भीतर बसा शिवाय
तू ही शिवा तुझमे ईश्वर
कोई नही यहाँ तेरे सिवा
उड़ा राख अग्नि को ज्वाला तू कर
मिटा दे अंधेरे तू बन के सहर
तो बोलो हर हर हर
जा जा कैलाश जा कर विनाश (हर हर हर)
जा जा कैलाश जा कर विनाश
जा जा कैलाश जा कर विनाश
जा जा कैलाश जा कर विनाश (तो बोलो हर हर हर)
जा जा कैलाश जा कर विनाश
जा जा कैलाश जा कर विनाश
जा जा कैलाश जा कर विनाश
जा जा कैलाश जा कर विनाश (तो बोलो हर हर हर)
आँख मूँद कर देख रहा है
साथ समय के खेल रहा है
महादेव महा एकाकी
जिसके लिए जगत है झांकी (तो बोलो हर हर हर)
जटा में गंगा चाँद मुकुट है
सोम्य कभी कभी बड़ा विकट है
आग से जलना है कैलाशी
शक्ति जिसकी दर्द की प्यासी (तो बोलो हर हर हर)
यक्ष स्वरूपाया जट्टा धराय
पिनाका हस्थाथाया सनातनाय
दिव्याया देवाया दिगम्बराय
तस्मै यकाराय नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय ॐ
ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय ॐ
रामेश्वराय शिव रामेश्वराय
हर हर भोले नमः शिवाय
गंगा धाराय शिव गंगा धाराय शिव
हर हर भोले नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय ॐ
ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय ॐ
जटा धाराय शिव जटा धाराय
हर हर भोले नमः शिवाय
सोमेश्वराय शिव सोमेश्वराय
हर हर भोले नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय ॐ
ॐ नमः शिवाय ह
Day | Members | Gain | % Gain |
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June 23, 2024 | 102 | 0 | 0.0% |
March 19, 2024 | 102 | +1 | +1.0% |
January 29, 2024 | 101 | 0 | 0.0% |
December 15, 2023 | 101 | 0 | 0.0% |
November 05, 2023 | 101 | 0 | 0.0% |
October 05, 2023 | 101 | 0 | 0.0% |
September 06, 2023 | 101 | -1 | -1.0% |
August 08, 2023 | 102 | 0 | 0.0% |
July 07, 2023 | 102 | 0 | 0.0% |
June 15, 2023 | 102 | -3 | -2.9% |
March 15, 2023 | 105 | 0 | 0.0% |
January 27, 2023 | 105 | -1 | -1.0% |
December 23, 2022 | 106 | -1 | -1.0% |
November 24, 2022 | 107 | -1 | -1.0% |
September 30, 2022 | 108 | -1 | -1.0% |
September 24, 2022 | 109 | +1 | +1.0% |
September 18, 2022 | 108 | +1 | +1.0% |
September 02, 2022 | 107 | -3 | -2.8% |
August 13, 2022 | 110 | +1 | +1.0% |
August 07, 2022 | 109 | +1 | +1.0% |
July 31, 2022 | 108 | -1 | -1.0% |
July 25, 2022 | 109 | +1 | +1.0% |
July 05, 2022 | 108 | +1 | +1.0% |
June 22, 2022 | 107 | +2 | +2.0% |
June 16, 2022 | 105 | -3 | -2.8% |
June 02, 2022 | 108 | -1 | -1.0% |
May 27, 2022 | 109 | +1 | +1.0% |
May 20, 2022 | 108 | +1 | +1.0% |
May 13, 2022 | 107 | -2 | -1.9% |
May 07, 2022 | 109 | +2 | +1.9% |